अमेरिका ने भारत से आयात होने वाली विभिन्न सामग्रियों पर 50% का टैरिफ लगा दिया है, जिसका मुख्य उद्देश्य अपने व्यापार घाटे को कम करना है। इसके अतिरिक्त, रूस से तेल खरीद पर भी 25% का अतिरिक्त शुल्क लगाया गया है।
प्रभावित क्षेत्र
- रत्न और आभूषण
- समुद्री भोजन
- वस्त्र
- ऑटो पार्ट्स
ये क्षेत्र अमेरिकी बाजार के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, इसलिए टैरिफ की बढ़ोतरी से निर्यातकों को काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
स्थिति और प्रतिक्रियाएँ
विश्लेषकों का मानना है कि यह कदम भारत-यूएस व्यापारिक संबंधों में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित होगा। भारतीय औद्योगिक संघों ने इस फैसले पर अपनी चिंता व्यक्त की है और सरकार से उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
आगे की राह
- निर्यातकों को नए विकल्प और रणनीतियाँ अपनानी होंगी।
- दोनों देशों के बीच व्यापारिक वार्ता और नीतियों में परिवर्तन पर नजर रखनी होगी।
इस स्थिति में व्यापार पर प्रभाव को कम करने के लिए सतत प्रयास आवश्यक हैं।
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