इस्लामाबाद में जारी हालिया बवाल ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को फिर से बढ़ा दिया है। भारतीय सेना के डिप्टी चीफ लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह द्वारा दिए गए एक बयान में दावा किया गया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान चीन ने पाकिस्तान को सक्रिय सैन्य समर्थन प्रदान किया था।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ, जनरल असिम मुनिर ने इस दावे को ‘तथ्यात्मक रूप से गलत’ बताया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि चीन से किसी भी प्रकार का सैन्य समर्थन प्राप्त होने की कोई पुष्टि नहीं है और यह दावे वास्तविक स्थिति को प्रतिबिंबित नहीं करते। जनरल मुनिर ने पाकिस्तान की सुरक्षा नीतियों को पूरी तरह स्वतंत्र और स्वायत्त बताया है।
उभरता तनाव
यह विवाद दोनों पड़ोसी देशों के बीच पहले से मौजूद तनावपूर्ण माहौल को और बढ़ा सकता है। भारतीय सेना के उच्च अधिकारी के बयान ने क्षेत्र में जटिलताएँ बढ़ाने का संकेत दिया है, जबकि पाकिस्तान ने इन आरोपों को खारिज करते हुए अपने क्षेत्रीय संचालन की स्वतंत्रता पर जोर दिया है।
विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों का मानना है कि इस विवादित मसले पर द्विपक्षीय वार्ताओं की आवश्यकता है, ताकि क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा बनी रहे। सतत संवाद से विवादों को कम करने और स्थिरता स्थापित करने में मदद मिल सकती है।
महत्वपूर्ण बिंदु:
- भारतीय सेना ने चीन के पाकिस्तान को सैन्य समर्थन देने का आरोप लगाया।
- पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने इन दावों को पूरी तरह से खारिज किया।
- दोनों देशों के बीच तनाव की संभावना बढ़ी है।
- विशेषज्ञों का सुझाव है कि विवाद सुलझाने के लिए बातचीत आवश्यक है।
अब देखना होगा कि इस विवाद का समाधान किस दिशा में होता है। क्षेत्रीय शांति बनाए रखना दोनों देशों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
ज़्यादा कहानियां
INS कवरेत्ती से भारतीय ERASR एंटी-सबमरीन रॉकेट परीक्षण में कामयाब, नौसेना की ताकत में इजाफा
मुंबई में मराठी भाषा विवाद पर प्रियंका चतुर्वेदी का बड़ा बयान, राज ठाकरे की पार्टी पर लगाया सवाल
नई दिल्ली: भारत ने Elon Musk के X प्लेटफार्म पर लगाया आरोपों का सटीक जवाब दिया