केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 14 सितंबर, 2025 को हिंदी दिवस के अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएँ दीं और हिंदी को “राष्ट्रीय एकता की भाषा” बताया। उन्होंने कहा कि हिंदी अब प्रौद्योगिकी, विज्ञान और अनुसंधान की भाषा के रूप में उभर रही है। इस अवसर पर उन्होंने सोशियल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट भी साझा की जिसमें उन्होंने हिंदी भाषा के महत्व और उसके विकास को रेखांकित किया।
घटना क्या है?
हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है ताकि हिंदी भाषा के संवर्धन और प्रचार-प्रसार को बढ़ावा दिया जा सके। इस बार केंद्रीय गृह मंत्री ने इस अवसर को विशेष बनाने के लिए हिंदी के बहुआयामी विकास पर बल दिया। उन्होंने हिंदी को राष्ट्रीय स्वरूप में जोड़ते हुए इसे तकनीकी, वैज्ञानिक एवं शोध के क्षेत्र में भी प्रासंगिक बताया।
कौन-कौन जुड़े?
इस मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अलावा, अन्य केंद्रीय मंत्रीगण, विभिन्न राज्यों की सरकारें, हिंदी भाषा के प्रमोटर और सामाजिक संगठन भी हिंदी दिवस के कार्यक्रमों में शामिल हुए। केंद्रीय मंत्रालय ने इस अवसर पर हिंदी भाषा के महत्व पर अनेक जागरूकता अभियान आयोजित किए।
आधिकारिक बयान/दस्तावेज़
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपनी आधिकारिक X पोस्ट में लिखा,
“हृदय से हिंदी दिवस की शुभकामनाएं! हिंदी, जो देश की राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है, अब तकनीक, विज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।”
पुष्टि-शुदा आँकड़े
- संसदीय भाषा नीति के तहत, हिंदी को भारत सरकार की अधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता प्राप्त है।
- लगभग 41% भारतवासी मातृभाषा के रूप में हिंदी बोलते हैं।
- पिछले वर्षों में तकनीकी अनुसंधान कागजातों में हिंदी भाषा का उपयोग 15% बढ़ा है, जो इसके तकनीकी विकास को दर्शाता है।
तत्काल प्रभाव
यह पहल देश के हिंदी बोलने वाले क्षेत्रीय समुदायों में भाषा के प्रति गर्व की भावना बढ़ाएगी तथा हिंदी को तकनीकी, वैज्ञानिक और शोध जगतों में अधिक सशक्त और प्रभावी बनाएगी। इससे भारत की भाषा विविधता के संरक्षण के साथ ही उसके समृद्ध सांस्कृतिक इतिहास को भी बढ़ावा मिलेगा।
प्रतिक्रियाएँ
- सरकार की इस पहल को कई हिंदी साहित्यकारों और भाषा विशेषज्ञों ने स्वागत किया है।
- विपक्षी दलों ने भी हिंदी भाषा के विकास की आवश्यकता पर सहमति जताई है।
- कुछ विशेषज्ञों ने सुझाव दिया कि शासन-प्रशासन में हिंदी के साथ-साथ दूसरी क्षेत्रीय भाषाओं को भी समान महत्त्व दिया जाना चाहिए।
- जनता के बीच हिंदी दिवस को लेकर उत्साह भी देखा गया है।
आगे क्या?
- सरकार आगामी महीनों में हिंदी भाषा को और बढ़ावा देने के लिए विभिन्न डिजिटल और शैक्षिक अभियानों की योजना बना रही है।
- हिंदी भाषा के तकनीकी विकास के लिए नई नीतियों पर जल्द ही कार्यवाही की जाएगी।
- अगले हिंदी दिवस पर और व्यापक कार्यक्रम आयोजित करने के संकेत भी दिए गए हैं।
देशभर में हिंदी भाषा के विकास एवं प्रचार को लेकर यह कदम आगामी वर्षों में भाषा एवं संस्कृति के क्षेत्र में महत्वपूर्ण परिवर्तन ला सकता है।
ताज़ा अपडेट्स के लिए पढ़ते रहिए Questiqa Bharat।
ज़्यादा कहानियां
अमित शाह ने हिंदी दिवस पर राजभाषा सम्मेलन में हिंदी की महत्ता पर दिया जोर
भारत में हिंदी दिवस: 14 सितंबर को आधिकारिक भाषा के रूप में हिंदी की स्वीकृति का उत्सव
प्रधानमंत्री मोदी ने हिंदी दिवस पर देशवासियों को दी शुभकामनाएँ