कोटा में हाल ही में आई बाढ़ के बाद इलाके में मगरमच्छों का आतंक बढ़ गया है, जिससे स्थानीय लोगों की मुश्किलें और भी बढ़ गई हैं। बाढ़ के कारण मगरमच्छ अपने प्राकृतिक आवासों से बाहर आ गए हैं और वे आबादी वाले इलाकों में नजर आने लगे हैं।
स्थानीय प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और निगरानी बढ़ाने के लिए चेतावनी जारी की है। मगरमच्छों के आक्रमण से बचाव के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं:
- सतर्कता बढ़ाना: लोग नदी और तालाब के किनारे न जाने की सलाह दी जा रही है।
- प्रशासनिक जांच: प्रशासन और वन विभाग मिलकर मगरमच्छों की नजर रखने और आवश्यकतानुसार उन्हें फिर से सुरक्षित स्थानों पर लौटाने का प्रयास कर रहे हैं।
- जनता को जागरूक करना: लोगों को मगरमच्छों की पहचान और उनसे बचने के तरीके बताया जा रहा है।
स्थानीय निवासियों ने मगरमच्छों के कारण अपने दैनिक जीवन में समस्याएं बढ़ने की बात कही है। प्रशासन जल्द से जल्द स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए उपाय कर रहा है ताकि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
सावधानी रखना और प्रशासन के निर्देशों का पालन करना इस समय सबसे जरूरी है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
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