कोयम्बटूर और तिरुपुर के टेक्सटाइल और MSME सेक्टर को अमेरिकी टैरिफ में 50 प्रतिशत की वृद्धि के बाद भारी झटका लगा है। अमेरिकी सरकार द्वारा लगाए गए इस नए टैरिफ के कारण इन क्षेत्रों के उद्योगों को अपनी प्रतिस्पर्धात्मकता बनाए रखना मुश्किल हो गया है। व्यापारियों और उद्योगपतियों का कहना है कि कोविड-19 महामारी के प्रभाव से पहले ही उनकी हालत खराब थी, अब टैरिफ वृद्धि ने उनके संकट को और बढ़ा दिया है।
प्रमुख कारण और प्रभाव
- कोयम्बटूर और तिरुपुर की टेक्सटाइल एवं MSME इकाइयां निर्यात पर अधिक निर्भर हैं।
- अमेरिका का यह फैसला इनके निर्यात को प्रभावित कर सकता है।
- छोटे और मध्यम उद्योग आर्थिक दबाव में आ सकते हैं।
उद्योगों की मांगें और सुझाव
- उद्योग संघों ने सरकार से राहत पैकेज और आर्थिक सहायता की मांग की है।
- कोविड महामारी के कारण पहले से ही उत्पादन और मांग प्रभावित है, जिससे नई आर्थिक चुनौती बढ़ गई है।
- उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार की त्वरित हस्तक्षेप से ही इस स्थिति से मुक्ति संभव है।
स्थानीय उद्योग इस संकट से उबरने के लिए सरकार से उचित उपायों की अपेक्षा कर रहे हैं। इस मुद्दे पर नजर रखना आवश्यक है ताकि आवश्यक कदम समय पर उठाए जा सकें।
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