नई दिल्ली: अमेरिकी रूढ़िवादी अधिकारकर्मी लारा लूमर ने दावा किया है कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत से IT आउटसोर्सिंग को रोकने की योजना बना रहे हैं। लूमर के अनुसार, ट्रंप का यह कदम अमेरिकी टेक्नोलॉजी सेक्टर को मजबूत करने और नौकरियां अपने देश में बनाए रखने के उद्देश्य से हो सकता है।
लारा लूमर ने बताया कि ट्रंप की इस रणनीति के पीछे यह सोच है कि भारत जैसी देशों से IT आउटसोर्सिंग के कारण अमेरिकी नौकरी बाजार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। ट्रंप का ये फैसला भारत की IT कंपनियों के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकता है, क्योंकि भारत विश्व की सबसे बड़ी IT आउटसोर्सिंग हब में से एक है।
इस बीच, भारत की IT कंपनियां और विशेषज्ञ इस खबर पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं, जबकि अमेरिकी उद्योग जगत में भी इसके दूरगामी प्रभावों पर चर्चा जारी है। इस मुद्दे से भारत-अमेरिका के आर्थिक रिश्तों में नई चुनौतियां सामने आ सकती हैं।
मुख्य बिंदु:
- डोनाल्ड ट्रंप IT आउटसोर्सिंग पर रोक लगाने की योजना बना रहे हैं।
- इस कदम का मकसद अमेरिकी टेक्नोलॉजी सेक्टर को मजबूत करना और नौकरियां बनाये रखना है।
- भारत की IT इंडस्ट्री के लिए यह एक बड़ी चुनौती होगी।
- भारत-अमेरिका आर्थिक संबंधों पर इसका गहरा प्रभाव पड़ सकता है।
Stay tuned for Questiqa Bharat for more latest updates.
ज़्यादा कहानियां
इज़राइली वित्त मंत्री का अमेरिका के भारत टैरिफ पर जवाब, ट्रंप की ‘मृत अर्थव्यवस्था’ टिप्पणी का पलटवार
इजरायली वित्त मंत्री का भारत पर अमेरिका के टैरिफ और ट्रंप की ‘डेड इकोनॉमी’ टिप्पणी पर जोरदार जवाब – दिल्ली
इज़राइल बना पहला देश जिसने ‘मेक इन इंडिया’ को किया पूरी तरह लागू: वित्त मंत्री की बड़ी घोषणा – नई दिल्ली