November 15, 2025

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गणेश चतुर्थी 2025: 27 अगस्त को बप्पा के आगमन का उत्सव

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गणेश चतुर्थी 2025 का त्योहार 27 अगस्त को मनाया जाएगा। यह पर्व भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में प्रसिद्ध है और पूरे भारत में खासकर महाराष्ट्र में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह पर्व भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को पड़ता है और दस दिनों तक चलता है, जो विसर्जन के साथ समाप्त होता है।

घटना क्या है?

गणेश चतुर्थी 2025 को 27 अगस्त को मनाया जाएगा। इस दिन सार्वजनिक और निजी दोनों जगहों पर गणेश की प्रतिमाएं स्थापित कर पूजा-अर्चना की जाती है। यह पर्व दस दिनों तक चलता है और अंत में गणेश विसर्जन होता है।

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कौन-कौन जुड़े?

इस आयोजन में कई महत्वपूर्ण:

  • धार्मिक संस्थान, सामाजिक संगठन, स्थानीय प्रशासन तथा घर-घर के लोग शामिल होते हैं।
  • महाराष्ट्र की प्रसिद्ध गणेश मंडलियां सार्वजनिक समारोह आयोजित करती हैं।
  • स्थानीय प्रशासन कार्यक्रमों की सुरक्षा एवं व्यवस्था में सहयोग करता है।
  • भक्तों में उत्साह बढ़ाने के लिए हिंदी, अंग्रेजी एवं मराठी भाषाओं में भगवान गणेश से सम्बंधित उद्धरण और श्लोक साझा किए जाते हैं।

आधिकारिक बयान एवं दस्तावेज़

सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं ने गणेश चतुर्थी के महत्व को लेकर कई प्रेस विज्ञप्तियां जारी की हैं। साथ ही कोविड-19 के कारण आवश्यक स्वास्थ्य नियमों का पालन करने का आग्रह किया गया है।

तथ्य और आंकड़े

  1. देश भर में इस पर्व पर करोड़ों लोग भाग लेते हैं।
  2. महाराष्ट्र के मुंबई में 1500 से अधिक गणेश मंडलियां सक्रिय हैं।
  3. डिजिटल माध्यमों से भगवान गणेश के उद्धरणों और कहानियों का प्रचार किया जा रहा है, जिससे हजारों लोग जुड़े हैं।

तत्काल प्रभाव

इस त्योहार का समाज और अर्थव्यवस्था दोनों पर बड़ा प्रभाव पड़ता है:

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  • बाजारों में गणेश प्रतिमाएं, फूल, मिठाइयाँ आदि की खरीददारी बढ़ती है।
  • धार्मिक पर्यटन भी बढ़ता है, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को लाभ मिलता है।

प्रतिक्रियाएँ

सरकार ने इसे सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक बताया है। उद्योग जगत ने विशेष ऑफर एवं प्रचार अभियान चलाए हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, त्योहार समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।

आगे क्या?

गणेश चतुर्थी के बाद गणेश विसर्जन समारोह होगा, जिसमें पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए कई उपाय किए जाएंगे। सामाजिक संगठनों द्वारा प्राकृतिक एवं पर्यावरण संरक्षण की जागरूकता अभियान भी चलाए जाएंगे।

ताज़ा अपडेट्स के लिए पढ़ते रहिए Questiqa Bharat

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