नई दिल्ली। भारत सरकार की नई इलेक्ट्रिक वाहन (EV) नीति ने देश में इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण को बढ़ावा दिया है और वैश्विक ऑटोमोबाइल कंपनियों का ध्यान आकर्षित किया है। मर्सिडीज, किआ और हुंडई जैसी प्रमुख अंतरराष्ट्रीय कंपनियां अब भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के उत्पादन के लिए उत्साहित हैं।
नई नीति से मिले अवसर
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि इस नई नीति के कारण वैश्विक कंपनियों को भारत में EV के उत्पादन और विकास के लिए एक मजबूत आधार मिला है। यह नीति भारतीय EV उद्योग के विकास को बढ़ावा देगी और स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
निवेश और आर्थिक प्रभाव
इन कंपनियों की भारत में निवेश की इच्छाओं के कारण स्थानीय आर्थिक विकास, रोजगार सृजन, और उत्पादन क्षमता में वृद्धि की संभावना है। भारतीय सरकार का लक्ष्य है कि देश को इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में वैश्विक मंच पर एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनाया जाए।
मेक इन इंडिया अभियान और भविष्य
यह पहल भारत के ‘मेक इन इंडिया’ अभियान को मजबूत करेगी और घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देगी। आने वाले वर्षों में भारत के EV बाजार में तेजी से वृद्धि होने की उम्मीद है।
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