दिल्ली में स्थित Zoho Corp ने वैश्विक बाजारों की मंदी और कंपनियों के खर्चों में कटौती के बावजूद भारत को अपनी विकास की अगली सीढ़ी बनाने का फैसला किया है। कंपनी ने भारत के 63 मिलियन से अधिक छोटे और मध्यम व्यवसायों (MSMEs) पर विशेष ध्यान केंद्रित किया है।
Zoho Corp, जो एक स्व-निर्मित (bootstrapped) कंपनी है, अपने उद्यम सौदों की गति को बढ़ाकर देश के छोटे और मध्यम उद्यमों से तेजी से लाभ उठाना चाहती है। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद, कंपनी ने स्थानीय बाजार में निवेश को प्राथमिकता दी है और इस क्षेत्र को अपनी वृद्धि का सबसे तेजी से बढ़ता बाजार माना है।
कंपनी का मानना है कि छोटे और मध्यम व्यवसायों की संख्या और उनकी डिजिटल आवश्यकताएं तेजी से बढ़ रही हैं, जिससे उनकी सेवाओं की मांग में वृद्धि होगी। Zoho का यह कदम भारतीय बाजार के व्यापक अवसरों को दर्शाता है और भारतीय MSME सेक्टर के लिए सकारात्मक संकेत है।
यह विकास निम्नलिखित कारणों से महत्वपूर्ण है:
- भारत में MSMEs की बड़ी संख्या और उनके डिजिटलाइजेशन की जरूरतें।
- Zoho की स्व-निर्मित प्रगति मॉडल जो आर्थिक अनिश्चितताओं में भी टिकाऊ है।
- वैश्विक मंदी के बावजूद स्थानीय निवेश को प्राथमिकता देना।
यह खबर विशेष रूप से भारतीय उद्योग जगत और स्टार्टअप्स के लिए उत्साहजनक साबित हो सकती है और उम्मीद है कि इससे MSME क्षेत्र को नई तेजी मिलेगी।
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