पटना में आगामी बिहार चुनावों से पहले चुनाव आयोग की विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के तहत मतदाता सूचियों की जांच जारी है। इस जांच के दौरान पटना समेत कई जिलों में किए गए घर-घर सर्वे से यह पता चला है कि मतदाता सूची में कई ऐसे लोग शामिल हैं जिनका मूल स्थान नेपाल, बांग्लादेश और म्यांमार है, पर वे वर्तमान में बिहार में रह रहे हैं।
चुनाव आयोग के अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि इस सर्वे का मुख्य उद्देश्य मतदाता सूची की विश्वसनीयता बढ़ाना और उसमें मौजूद गलत प्रविष्टियों को सुधारना है। इस प्रक्रिया से यह जानकारी मिली है कि बिहार में गैर-भारतीय मूल के कई लोग भी मतदाता सूची में वे शामिल हैं, जो राज्य की चुनावी प्रक्रिया और जनसंख्या गतिशीलता के लिए नई चुनौतियां उत्पन्न करता है।
इस सर्वे की प्रमुख विशेषताएं:
- पारदर्शिता और सटीकता लाने की ओर महत्वपूर्ण कदम।
- गलत प्रविष्टियों की पहचान और उन्हें सुधारने की प्रक्रिया।
- चुनाव के बाद इन मुद्दों पर विशेष ध्यान देने की योजना।
यह पहल बिहार में चुनावी प्रणाली की मजबूती और मतदाता सूचियों की शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए अहम मानी जा रही है। चुनाव आयोग का मानना है कि इस प्रक्रिया से मतदाता सूची में स्पष्टता और न्यायसंगत प्रतिनिधित्व सुनिश्चित होगा।
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