भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही बिहार में निर्मित देश के पहले निर्यात लोकोमोटिव को गिनी के लिए रवाना करेंगे। यह लोकोमोटिव मारहवरा फैसिलिटी में बना है, जो पहले भारतीय रेलवे के लिए ही समर्पित था।
इस घटना के प्रमुख बिंदु:
- पहला निर्यात: यह पहली बार है जब मारहवरा फैसिलिटी से निर्मित लोकोमोटिव को विदेश को निर्यात किया जा रहा है।
- भारतीय रेलवे उद्योग को बढ़ावा: इस कदम से भारतीय रेलवे उद्योग को नया आयाम मिलेगा और देश की मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा मिलेगा।
- मेक इन इंडिया अभियान: यह निर्यात भारत के मेक इन इंडिया अभियान को मजबूती से आगे बढ़ाएगा।
- बिहार के लिए गर्व: यह उपलब्धि बिहार की रेल निर्माण क्षमता और भारतीय रेल की सामर्थ्य को दर्शाती है।
- अंतरराष्ट्रीय पहचान: इस निर्यात से भारत की रेलवे क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बढ़ेगी।
कार्यक्रम की विशेषताएं:
- प्रधानमंत्री मोदी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे और लोकोमोटिव को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
- यह पहल पूरे देश, खासकर पंजाब और बिहार में रेल उपकरण उत्पादन और निर्यात को बढ़ावा देगी।
यह निर्यात कदम देश के रेलवे क्षेत्र में मैन्युफैक्चरिंग और निर्यात को बढ़ावा देने का महत्वपूर्ण अवसर माना जा रहा है। भारतीय रेलवे के लिए यह एक नई दिशा और सफलता का प्रतीक है।
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