चीन के बीजिंग में राष्ट्रीय सुरक्षा उपायुक्त अजीत डोवाल और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक में दोनों नेताओं ने आतंकवाद के खिलाफ साझा प्रयासों और सहयोग पर जोर दिया।
यह मुलाकात उस सैन्य टकराव के लगभग डेढ़ महीने बाद हुई जिसमें भारत-पाकिस्तान के बीच पहलगाम आतंकवादी हमला 22 अप्रैल को हुआ था, जिसके बाद 7 से 10 मई तक चार दिनों तक दोनों देशों के बीच सैन्य विवाद बढ़ा था।
अजीत डोवाल ने इस बैठक में आतंकवादी गतिविधियों को नियंत्रित करने और क्षेत्रीय शांति बनाए रखने के लिए चीन के साथ रणनीतिक संवाद को महत्व दिया। दोनों पक्षों ने आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त संघर्ष और सीमापार आतंकवाद की चुनौती को समाप्त करने पर सहमति जताई।
यह बैठक भारत-चीन और भारत-पाकिस्तान के बीच क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है। विश्लेषकों के अनुसार, ऐसे संवाद से इलाके में स्थिरता बढ़ेगी और आतंकवाद के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई संभव होगी।
मुख्य बिंदु:
- अजीत डोवाल और वांग यी की महत्वपूर्ण बैठक चीन के बीजिंग में हुई।
- बैठक में आतंकवाद के खिलाफ साझा प्रयासों पर जोर दिया गया।
- पहलगाम आतंकवादी हमले और इसके बाद के सैन्य विवाद के संदर्भ में यह बातचीत हुई।
- क्षेत्रीय शांति के लिए रणनीतिक संवाद और सहयोग को महत्व दिया गया।
- आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त संघर्ष और सीमापार आतंकवाद समाप्त करने पर सहमति।
- यह बैठक क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता के लिए सकारात्मक संकेत मानी जा रही है।
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