भारत और ऑस्ट्रेलिया ने समुद्र के अंदर निगरानी क्षमता को मजबूत करने के लिए एक संयुक्त शोध परियोजना शुरू की है। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य पनडुब्बियों और आतंरिक जल परिवहन साधनों का पता लगाने की तकनीक विकसित करना है। समुद्री सुरक्षा को बढ़ाने के लिए यह परियोजना दोनों देशों के समुद्री क्षेत्रों में निगरानी को और अधिक प्रभावी बनाएगी।
इस परियोजना के तहत निम्न कार्य किये जा रहे हैं:
- अत्याधुनिक सेंसर और तकनीकी उपकरणों की खोज
- समुद्र के भीतर प्रसारित होने वाले संकेतों का बेहतर विश्लेषण
- भारत-ऑस्ट्रेलिया रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करना
इस पहल से समुद्री सुरक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आने की संभावना है। परियोजना के सफल कार्यान्वयन से:
- समुद्र के अंदर के खतरों का पता लगाना आसान हो जाएगा
- क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षा बढ़ेगी
- समुद्री सीमा की सुरक्षा और प्रभावी होगी
यह कदम समुद्री सीमाओं के सुरक्षा के लिहाज से विशेष महत्व रखता है। दोनों देशों की वैज्ञानिक और तकनीकी टीम इस परियोजना में सक्रिय रूप से कार्यरत हैं।
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