जॉन बोल्टन ने भारत में ट्रंप प्रशासन की नीति को लेकर अपनी चिंता जताई है। उन्होंने कहा है कि ट्रंप की राजनीतिक रणनीतियां अक्सर अस्थिर और अप्रत्याशित होती हैं, जिससे न केवल अमेरिका की अंतरराष्ट्रीय छवि को नुकसान पहुंचता है, बल्कि इसके साझेदार देशों के साथ रिश्ते भी प्रभावित होते हैं।
बोल्टन के मुताबिक, ट्रंप प्रशासन की कई नीतियां जैसे व्यापार वार्ताएं, सुरक्षा सहयोग और रणनीतिक साझेदारियां लगातार बदलती रहती हैं, जिससे भारत जैसे महत्वपूर्ण देशों को भरोसा करना मुश्किल होता है। उन्होंने इसे यूएस की वैश्विक साख पर बड़ा झटका बताया है।
बोल्टन के मुख्य बिंदु:
- ट्रंप की नीति में निरंतरता की कमी से द्विपक्षीय संबंध प्रभावित हुए हैं।
- भारत को लेकर कुछ फैसलों ने उसकी विदेश नीति को और जटिल बना दिया है।
- अमेरिका की अंतरराष्ट्रीय विश्वसनीयता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
- स्थिर और दीर्घकालिक रणनीति की आवश्यकता को रेखांकित किया।
इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि अमेरिका और भारत के बीच सहयोग को मजबूत करने के लिए यूएस को अपनी नीतियों में अधिक स्थिरता और स्पष्टता लाने की जरूरत है। दोनों देशों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे एक दूसरे के साथ भरोसेमंद और पारस्परिक सम्मान पर आधारित संबंध बनाए रखें।
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