यमन में भारतीय नर्स निमिषा प्रिया की फांसी रोकने के लिए सरकार और अधिकारियों द्वारा जोरदार प्रयास जारी हैं। उन्हें जुलाई 2017 में यमनी व्यापारी और उनके व्यापारिक साथी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। यमन की अदालत ने 2020 में उन्हें मौत की सजा सुनाई थी।
इस मुद्दे ने भारत और यमन के बीच कूटनीतिक बातचीत को तेज़ कर दिया है। भारतीय दूतावास लगातार निमिषा की सुरक्षा और फांसी से बचाव के लिए यमन सरकार के संपर्क में है। साथ ही, स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन भी न्याय सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय हैं।
निमिषा प्रिया के परिवार ने भारत सरकार से न्याय दिलाने की कड़ी अपील की है। यमन में भारतीय समुदाय ने भी इसका विरोध करते हुए आवाज उठाई है।
16 जुलाई का महत्व
मामला 16 जुलाई को विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि उस दिन इस मामले में कोई कार्रवाई हो सकती है। हालांकि अभी तक आधिकारिक तौर पर किसी फैसले की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन सभी संबंधित पक्ष इसे हल करने में लगे हुए हैं।
सरकार के प्रयासों में शामिल प्रमुख बिंदु:
- भारतीय दूतावास द्वारा यमन सरकार से लगातार संपर्क
- अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों की सहायता
- भारतीय और यमनी कूटनीतिक चर्चाओं को गति देना
- न्याय सुनिश्चित करने के लिए परिवार की सहायता
- यमन में भारतीय समुदाय द्वारा विरोध प्रदर्शन
इस मामले पर नवीनतम अपडेट के लिए बने रहिए।
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