भूपेन हजारिका, भारतीय संगीत, साहित्य और सांस्कृतिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण हस्ती थे, जिनकी विरासत आज भी देश भर में गूंजती है। उनका योगदान खासकर असम और पूर्वोत्तर भारत के सांस्कृतिक विकास में अत्यंत प्रभावशाली रहा है।
घटना क्या है?
भूपेन हजारिका एक प्रसिद्ध गायक, संगीतकार, गीतकार और साहित्यकार थे। उन्होंने सामाजिक और सांस्कृतिक परिदृश्य में कई बार बदलाव लाया। उनकी रचनाएँ आज भी युवा पीढ़ी को प्रेरित करती हैं और उनकी सामाजिक प्रतिबद्धता भारतीय सांस्कृतिक आंदोलन में खास स्थान रखती है।
कौन-कौन जुड़े?
भूपेन हजारिका का नाम मुख्य रूप से निम्नलिखित क्षेत्रों से जुड़ा है:
- संगीत उद्योग
- साहित्य जगत
- सामाजिक संस्थान
- सांस्कृतिक समूह
केंद्र और राज्य सरकारों ने उनके सम्मान में कई कार्यक्रम और यादगार आयोजन किए हैं। इसके अतिरिक्त, विभिन्न सामाजिक संगठन और छात्र समुदाय भी उनकी विरासत को जीवित रखने का कार्य करते हैं।
प्रतिक्रियाएँ
सरकार और सामाजिक संगठन भूपेन हजारिका के योगदान की प्रशंसा करते हैं और इस क्षेत्र में निरंतर काम करने की आवश्यकता पर बल देते हैं। जनता और विशेषज्ञ उनकी रचनाओं को भारतीय सांस्कृतिक पहचान का अभिन्न हिस्सा मानते हैं।
आगे क्या?
भूपेन हजारिका की सांस्कृतिक विरासत को संजोने के लिए राज्यों में संगीत एवं कला विद्यालय स्थापित किए गए हैं। भविष्य में इनके प्रचार-प्रसार और संरक्षण की और योजनाएँ कार्यान्वित की जाएंगी।
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