November 15, 2025

QuestiQa भारत

देश विदेश की खबरें आप तक

सुप्रीम कोर्ट ने पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण फैसला सुनाया

Share Questiqa भारत-
Advertisements
Ad 5

सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में देश में पर्यावरण संरक्षण को सशक्त बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। यह फैसला देश के पर्यावरणीय सुरक्षा तंत्र को मजबूती प्रदान करने के लिहाज से अत्यंत महत्वपूर्ण है।

घटना क्या है?

सुप्रीम कोर्ट ने पर्यावरण संरक्षण से जुड़े एक मामले में नया मार्गदर्शन जारी किया है, जिसमें विकास कार्यों के दौरान पर्यावरणीय नियमों का पालन अनिवार्य करने पर बल दिया गया है। यह निर्णय पर्यावरणीय न्यायिक प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से दिया गया है।

Advertisements
Ad 7

कौन-कौन जुड़े?

इस मामले में मुख्य भूमिका सुप्रीम कोर्ट की है, जिसके अधीन राष्ट्रीय हरित अधिकरण (National Green Tribunal – NGT) सहित कई अन्य प्रमुख संस्थान और दल शामिल हैं:

  • पर्यावरण मंत्रालय
  • राज्य सरकारें
  • विभिन्न उद्योग समूह
  • सामाजिक संगठन

आधिकारिक बयान/दस्तावेज़

सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में निम्न निर्देश जारी किए हैं:

  1. सभी विकास कार्य पर्यावरणीय अनुमतियों के बिना प्रारंभ नहीं किए जा सकते।
  2. पर्यावरण मंत्रालय को पर्यावरणीय नियमों के कार्यान्वयन में कड़ाई बरतने के निर्देश दिये हैं।
  3. पर्यावरणीय क्षति के मामलों में दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।

पुष्टि-शुदा आँकड़े

पर्यावरण मंत्रालय के अनुसार:

  • पिछले वर्ष पर्यावरणीय नियमों का उल्लंघन करने वाली 500 से अधिक कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई हुई।
  • इस निर्णय के बाद यह संख्या और अधिक घटने की उम्मीद जताई जा रही है।

तत्काल प्रभाव

यह फैसला निम्न प्रभाव डालेगा:

Advertisements
Ad 4
  • देश के उद्योगों और विकास परियोजनाओं पर पर्यावरण संरक्षण के मानकों में सुधार।
  • नागरिकों के लिए उनका पर्यावरण सुरक्षित रहने की गारंटी।
  • बाजार में ग्रीन कमप्लायंस की दिशा में बदलाव की संभावना।

प्रतिक्रियाएँ

इस निर्णय पर विभिन्न पक्षों की प्रतिक्रियाएँ इस प्रकार हैं:

  • सरकार ने स्वागत किया और इसे सतत विकास लक्ष्यों के अनुरूप बताया।
  • विपक्ष और पर्यावरण विशेषज्ञों ने इसे सकारात्मक कदम कहा।
  • उद्योग समूहों ने निर्देशों का पालन करने का आश्वासन दिया, हालांकि कुछ ने परियोजनाओं में संभावित देरी का उल्लेख किया।

आगे क्या?

सुप्रीम कोर्ट ने निम्नलिखित आदेश दिए हैं:

  1. पर्यावरण मंत्रालय को अगले 6 महीनों में पर्यावरणीय निगरानी तंत्र को मजबूत करते हुए विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी।
  2. राज्य सरकारों को अपने क्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण के नियमों का सख्ती से पालन कराना होगा।

यह फैसला पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होगा और इसके माध्यम से भविष्य में पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में मदद मिलेगी। ताज़ा अपडेट्स के लिए Questiqa Bharat के साथ बने रहें।

About The Author

You cannot copy content of this page

Social Media Auto Publish Powered By : XYZScripts.com