अमेरिका ने विश्व व्यापार संगठन (WTO) में भारत द्वारा लगाए गए ऑटो टैरिफ के खिलाफ दावे को खारिज कर दिया है। अमेरिका ने इस निर्णय में कहा है कि पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के शासन के दौरान लगाए गए ऑटो टैरिफ राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से आवश्यक थे। ये टैरिफ WTO के सुरक्षात्मक उपायों के अंतर्गत आते हैं, इसलिए इन पर चुनौती नहीं दी जा सकती।
अमेरिका के अनुसार, यह कदम देश की सुरक्षा हितों की रक्षा के लिए आवश्यक था और इसे व्यापार नियमों के खिलाफ नहीं माना जाना चाहिए। इस नीति को भारत ने WTO नियमों का उल्लंघन करार देते हुए चुनौती दी थी, जिससे विवाद की जटिलता बढ़ गई है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह विवाद दोनों देशों के व्यापार संबंधों पर असर डाल सकता है और विश्व व्यापार व्यवस्था के नियमों की व्याख्या में भी अहम भूमिका निभा सकता है।
महत्वपूर्ण बिंदु:
- अमेरिका ने टैरिफ को राष्ट्रीय सुरक्षा कारणों से लागू किया।
- यह टैरिफ WTO के सुरक्षात्मक उपायों के अंतर्गत आते हैं।
- भारत ने इसे WTO नियमों का उल्लंघन बताया था।
- विवाद पर दोनों देशों के बीच आगे चर्चा की संभावना है।
भारत और अमेरिका के बीच इस मसले पर आगे चर्चा जारी रहने की संभावना है, जिससे इस विवाद का समाधान निकलेगा।
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