अमेरिका-भारत संबंधों को लेकर हाल ही में अमेरिकी डेमोक्रेटिक कांग्रेसवुमन सिडनी कैमलेगर-डोव ने गंभीर चेतावनी जारी की है। उनका मानना है कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की विदेश नीति और टैरिफ से भारत-अमेरिका के दशकों पुराने मजबूत संबंध खतरे में पड़ सकते हैं।
डेमोक्रेट की चेतावनी का मुख्य बिंदु
- ट्रंप की विदेश नीति: सिडनी ने इसे बेयारोकट और अड़ियल बताया है जो द्विपक्षीय संबंधों को प्रभावित कर सकती है।
- टैरिफ का प्रभाव: कई भारतीय कंपनियों और व्यापार माहौल पर ट्रंप के टैरिफ ने नकारात्मक प्रभाव डाला है।
- रिपब्लिकन पार्टी की भूमिका: उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी की चुप्पी पर भी सवाल उठाया है, जो ‘मागा’ रणनीति के प्रभाव में है।
भारत-अमेरिका संबंधों का वर्तमान परिदृश्य
भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक एवं आर्थिक सहयोग के क्षेत्र में मजबूत संबंध कायम हैं। दोनों देश कई क्षेत्रों में सहयोग कर रहे हैं, जिनमें शामिल हैं:
- तकनीक
- सुरक्षा
- व्यापार
भविष्य की चुनौतियां और समाधान
विशेषज्ञों की राय है कि अमेरिका और भारत के द्विपक्षीय संबंधों को स्थिरता और विस्तार देने के लिए पारदर्शी और सहयोगी नीतियों की आवश्यकता है। ट्रंप के टैरिफ और उनकी विदेश नीति से उत्पन्न संकट से बाहर निकलने के लिए दोनों देशों को सामंजस्यपूर्ण कदम उठाने होंगे।
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