वॉशिंगटन: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान के प्रमुख सुरक्षा सलाहकार असिम मुनिर से मुलाकात के बाद उन्हें ‘वाकई प्रभावशाली’ बताया। इस दौरान ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान के लंबित विवाद को समाप्त करने में अपनी भूमिका को दोहराया और बताया कि उन्होंने कैसे इस संघर्ष को सुलझाने की कोशिश की है।
ट्रंप प्रशासन ने इस क्षेत्र में परमाणु युद्ध टालने का श्रेय खुद को दिया है, खासकर मई की शुरुआत में भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर शुरू करने के बाद। ऑपरेशन सिंदूर ने भारत-पाकिस्तान के तनाव को बढ़ा दिया था, जिससे दोनों देशों के बीच युद्ध के खतरे बढ़ गए थे। ट्रंप के प्रयासों को इसमें महत्वपूर्ण माना गया है कि उन्होंने तनाव को नियंत्रित रखने में मदद की।
इस मुलाकात का मकसद दक्षिण एशिया में स्थिरता और शांति स्थापित करना बताया गया। अमेरिकी नेतृत्व ने इस दिशा में कई कदम उठाए हैं ताकि दोनों पड़ोसी देशों के बीच वार्ता और संवाद को पुनः शुरू किया जा सके।
रिश्तों में सुधार के लिए यह प्रयास एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जो क्षेत्र में शांति की उम्मीद जगाता है।
मुख्य बिंदु:
- डोनाल्ड ट्रंप ने असिम मुनिर से मुलाकात कर उन्हें प्रभावशाली बताया।
- भारत-पाकिस्तान विवाद को खत्म करने में ट्रंप की भूमिका को दोहराया गया।
- मई में ऑपरेशन सिंदूर से बढ़े तनाव को ट्रंप ने काबू करने का श्रेय लिया।
- मुलाकात का उद्देश्य दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता लाना था।
- अमेरिका ने दोनों देशों के बीच वार्ता पुनः शुरू कराने के लिए कदम उठाए।
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