अहमदाबाद में घटी विमान दुर्घटना के बाद, डीजीसीए (Directorate General of Civil Aviation) ने बोइंग 787-8 और 787-9 विमानों के बेड़े पर सख्त सुरक्षा जांच का आदेश दिया है। यह कदम विमानन सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके।
डीजीसीए के निर्देश
डीजीसीए ने सभी एयरलाइनों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने बोइंग 787-8/9 विमानों की तकनीकी स्थिति, रखरखाव रिकॉर्ड और उड़ान सुरक्षा मानकों की व्यापक जांच करें। साथ ही, आवश्यक मामलों में तत्काल सुधारात्मक कदम उठाए जाएं।
जाँच प्रक्रिया के मुख्य बिन्दु
- विमान के इंजनों और प्रणालियों का विस्तार से निरीक्षण।
- फ्लाइट रिकॉर्डर और अन्य सुरक्षा उपकरणों के परीक्षण।
- पायलटों एवं क्रू के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल का पुन: प्रशिक्षण।
- तकनीकी जाँच रिपोर्ट डीजीसीए को समयबद्ध तरीके से प्रस्तुत करना।
सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदम
- सभी संबंधित विमानों की त्वरित और गहन जांच।
- जो भी त्रुटियां पाई जाएं, उन्हें तुरंत ठीक करना।
- एयरलाइनों के लिए नियमित अंतराल पर सुरक्षा जांच अनिवार्य करना।
- सुरक्षा मानकों में सुधार और नए दिशानिर्देश जारी करना।
यह आदेश विमानन सुरक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है और यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोपरि मानने का संकेत है। डीजीसीए का कहना है कि इन जांचों से विमानन उद्योग में विश्वास बढ़ेगा और आगामी समय में किसी भी दुर्घटना की संभावना न्यूनतम होगी।
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