भारत ने आयरलैंड में बढ़ते नस्लीय हमलों के मामले को लेकर मानवाधिकार संस्था में अपनी गंभीर चिंता व्यक्त की है। इस मुद्दे पर चर्चा के दौरान, आयरिश अधिकारी हेरिक ने भारत के मिश्रा को बताया कि उन्होंने नस्लीय घटनाओं और भेदभाव से निपटने के लिए संस्थागत स्तर पर प्रभावी कदम पहले ही उठा लिए हैं।
ये कदम विभिन्न क्षेत्रों जैसे कि कार्यस्थल, स्कूल, और समाज के अन्य हिस्सों में नस्लवाद की चुनौतियों की निगरानी और जवाब देने के लिए लागू किए गए हैं। अधिकारियों के अनुसार, इस पहल का उद्देश्य नस्लीय घटनाओं को रोकना और सामाजिक समावेशिता को बढ़ावा देना है।
मुद्दे की प्रमुख बातें
- भारत की चिंता: आयरलैंड में प्रवासी समुदाय की सुरक्षा और समानता को लेकर बहस छेड़ने की संभावना।
- आयरलैंड की प्रतिक्रिया: नस्लवाद रोकने के लिए पहले से ही संस्थागत और सामाजिक कदम उठाए गए हैं।
- संवाद जारी: दोनों देशों के बीच इस विषय पर बातचीत जारी रहने की उम्मीद।
- आशा: इस पहल से आयरिश सामाजिक ढांचे में सुधार होगा।
भारत की ओर से इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है ताकि नस्लीय हिंसा को रोका जा सके और प्रभावित लोगों को पर्याप्त सुरक्षा मिल सके। इस संदर्भ में दोनों देशों के बीच निरंतर संवाद को महत्व दिया जा रहा है।
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