ईरान के पहले सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह खुमैनी के पूर्वजों के बारे में एक चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। जानकारी के अनुसार, उनके पूर्वज भारत के एक छोटे से गांव में रहते थे, जो उनकी सांस्कृतिक और पारिवारिक जड़ों को उजागर करता है। यह खुलासा मध्य पूर्व की वर्तमान संकट की पृष्ठभूमि में और भी महत्वपूर्ण हो जाता है।
वर्तमान में, ईरान उस क्षेत्र में बढ़ते तनाव और संघर्ष के बीच मजबूती से अमेरिकी दबाव और इजरायली मिसाइल हमलों के सामने झुकने से इनकार कर रहा है। ईरान की इस स्थिति ने पूरे क्षेत्र की राजनीति और सुरक्षा को प्रभावित किया है।
इतिहास और आधुनिक राजनीति के इस अज्ञात कनेक्शन ने भारत समेत विश्वभर में चर्चा का विषय बन गया है। खुमैनी के पूर्वजों का भारतीय गांव से संबंध ईरान-भारत के सांस्कृतिक संबंधों की एक अनदेखी परत को उजागर करता है।
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