नई दिल्ली: BRICS समिट 2025 वैश्विक तनावों के बीच दक्षिण-दक्षिण सहयोग को मजबूत करने पर केंद्रित है। इस सम्मेलन में सदस्य देशों के बीच बढ़ती आंतरिक मतभेदों के बावजूद, भारत अपनी बहुपक्षीय विदेश नीति को सही संतुलन में बनाए रखने का प्रयास कर रहा है।
भारत, चीन के नेतृत्व वाले इस समूह के विस्तार और बढ़ती भू-राजनीतिक प्रतिस्पर्धाओं के बीच कूटनीतिक तरीके से खुद को स्थापित कर रहा है। BRICS देशों के बीच आर्थिक सहयोग को बेहतर बनाने और उनकी संयुक्त रणनीतियों को एकसमान करने का प्रयास इस वर्ष की पहली प्राथमिकता है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि BRICS का भविष्य इस पर निर्भर करेगा कि कैसे सदस्य देश आपसी मतभेदों को कम कर आर्थिक और राजनयिक क्षेत्रों में सामंजस्य स्थापित करते हैं। भारत का यह संतुलन उसके वैश्विक कूटनीतिक महत्व को और बढ़ा सकता है।
BRICS समिट 2025 में भारत की यह भूमिका न केवल क्षेत्रीय बल्कि वैश्विक स्तर पर भी नए राजनीतिक समीकरण तैयार कर सकती है।
ज़्यादा कहानियां
नई दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुभांशु शुक्ला के अंतरिक्ष से लौटने पर कही बड़ी बात
दिल्ली में खुला Tesla का पहला शोरूम, $70,000 मॉडल Y से मचेगी धूम!
दिल्ली में टेस्ला इंडिया का धमाकेदार आगाज, $70,000 की Model Y से मस्क की ब्रांड पावर का बड़ा टेस्ट