नई दिल्ली: सरकार की एक हालिया रिपोर्ट में बताया गया है कि साल 2023 में उत्तर प्रदेश के हाईवे भारत में सबसे अधिक जानलेवा साबित हुए हैं। उत्तर प्रदेश में 23,652 सड़क हादसों में मौतें हुईं, जो तमिलनाडु से लगभग 30% ज्यादा हैं। तमिलनाडु में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं दर्ज हुई थीं, लेकिन उनकी मरने वालों की संख्या उत्तर प्रदेश के मुकाबले कम रही।
यह आंकड़ा इस बात पर चिंता जताता है कि उत्तर प्रदेश की सड़कों पर सुरक्षा इंतजाम काफी कमजोर हैं और सुधार की आवश्यकता है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि दुर्घटनाओं की संख्या और मौतों में भारी बढ़ोतरी हुई है, जो राज्य की सड़क सुरक्षा नीतियों के लिए चुनौती बन रही है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इन जानलेवा हादसों की संख्या को कम करने के लिए निम्नलिखित उपाय आवश्यक हैं:
- बेहतर सड़क डिजाइन
- सख्त ट्रैफिक नियम
- जागरूकता अभियान
उत्तर प्रदेश सरकार ने भी इस रिपोर्ट को ध्यान में रखते हुए आगामी योजना को सख्त करने का ऐलान किया है ताकि सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सके। प्रदेश के नागरिकों से भी अपील की गई है कि वे ट्रैफिक नियमों का पालन करें और सुरक्षित ड्राइविंग को अपनाएं।
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