September 13, 2025

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गोऱखपुर में हिंदी दिवस पर विशेष व्याख्यान सत्र का आयोजन

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गोऱखपुर में हिंदी दिवस के अवसर पर महाराणा प्रताप महाविद्यालय, जंगल धुसाड के हिंदी विभाग द्वारा एक विशेष व्याख्यान सत्र का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम विशेष रूप से हिंदी भाषा के महत्व और समृद्धि पर केंद्रित था।

कार्यक्रम विवरण

हिंदी दिवस प्रति वर्ष 14 सितंबर को मनाया जाता है, जिससे हिंदी भाषा को प्रोत्साहन और देशभर में उसकी भूमिका को बढ़ावा दिया जा सके। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 10 बजे हुई जिसमें महाविद्यालय के हिंदी विभाग के प्रोफेसर, छात्र-छात्राएँ एवं अन्य शैक्षणिक सदस्य उपस्थित थे।

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मुख्य वक्ता और विषय

विशेष अतिथि के रूप में हिंदी साहित्य के विशेषज्ञ डॉ. रामेश्वर शुक्ल ने भाग लिया। उन्होंने हिंदी भाषा की सामाजिक और सांस्कृतिक महत्ता पर जोर दिया। उनका कहना था कि हिंदी न केवल भारत की राजभाषा है, बल्कि विश्व की प्रमुख भाषाओं में से एक भी है।

महाविद्यालय के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. प्रिया सिंह ने बताया कि यह आयोजन शिक्षार्थियों में हिंदी भाषा के प्रति जागरूकता और उनकी भाषा कौशल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया। विद्यार्थियों को हिंदी साहित्य पढ़ने और लिखने के लिए प्रेरित किया गया।

प्रश्न-उत्तर सत्र और प्रभाव

कार्यक्रम के अंतिम चरण में एक प्रश्न-उत्तर सत्र का आयोजन हुआ जिसमें छात्रों ने हिंदी भाषा से संबंधित विभिन्न प्रश्न पूछे। विशेषज्ञों ने विस्तार से सभी प्रश्नों के उत्तर दिए। यह संवाद छात्रों के लिए काफी लाभकारी रहा।

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इस आयोजन का प्रभाव छात्र समुदाय में हिंदी भाषा के प्रति जागरूकता के रूप में देखा गया। महाविद्यालय प्रशासन ने इस प्रकार की गतिविधियों को नियमित रूप से संचालित करने की प्रतिबद्धता भी जाहिर की है।

भविष्य की योजनाएं

शिक्षाविदों और विद्वानों द्वारा इस पहल की सराहना की गई है और उम्मीद जताई गई है कि ऐसे आयोजन हिंदी भाषा के प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। आगामी दिनों में महाराणा प्रताप महाविद्यालय हिंदी विभाग और अन्य संस्थान हिंदी भाषा के संवर्धन हेतु और भी कार्यशालाएं तथा सेमिनार आयोजित करेंगे।

विद्यार्थियों को हिंदी में शोध और लेखन के लिए भी प्रेरित किया जाएगा, जिससे हिंदी भाषा की संस्कृति और ज्ञान का विस्तार हो सके।

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