तमिलनाडु के नीलगिरी क्षेत्र में भारत के पहले बायोस्फीयर रिजर्व पर नई डॉक्यूमेंट्री ‘नीलगिरी: ए शेयर्ड वाइल्डरनेस’ रिलीज़ हुई है। यह फिल्म नीलगिरी की प्राकृतिक सुंदरता और जैव विविधता को बड़े ही सूक्ष्मता से दर्शाती है।
डॉक्यूमेंट्री में प्रमुख रूप से यह बताया गया है कि संरक्षण का अर्थ आज साझा करना और सीखना है। यह महत्वपूर्ण फिल्म हमें यह समझाती है कि प्रकृति के साथ सामंजस्य बनाए रखना और मानव तथा वन्यजीवन के बीच संतुलन स्थापित करना कितना जरूरी है।
नीलगिरी बायोस्फीयर रिजर्व भारत के प्राकृतिक धरोहरों में से एक है, जो जैव विविधता के संरक्षण के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से लोगों में जागरूकता फैलाने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि वे संरक्षण के महत्व को समझें और प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करें।
यह फिल्म पर्यावरण प्रेमियों और प्रकृति के रखवालों के लिए एक प्रेरणादायक संदेश लेकर आई है, जो साझा संरक्षण की अवधारणा को बढ़ावा देती है।
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