वित्तीय वर्ष 2024-25 में भारत की अर्थव्यवस्था ने 6.5% की वृद्धि दर्ज की है, जो सभी अनुमानित लक्ष्यों से बेहतर है। यह वृद्धि दर भारत को विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बनाती है। हालांकि पिछले वर्ष की वृद्धि दर 9.2% थी, फिर भी वर्तमान वृद्धि वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों और घरेलू चुनौतियों के बावजूद देश की आर्थिक मजबूती को दर्शाती है।
वृद्धि के प्रमुख कारण
- कृषि क्षेत्र में निरंतर प्रगति
- विनिर्माण क्षेत्र की मजबूत भूमिका
- सेवा क्षेत्र की महत्वपूर्ण भागीदारी
भारत की आर्थिक प्रगति के प्रभाव
- रोजगार के अवसरों में वृद्धि
- देश में निवेश की गति में तेजी
- वैश्विक बाजार में भारत की पकड़ मजबूत होना
यह वृद्धि सरकार की आर्थिक नीतियों और सुधारों का परिणाम है जो देश की निरंतर विकास की कहानी में एक महत्वपूर्ण अध्याय के रूप में देखी जा रही है। भारत सरकार ने आर्थिक सुधारों को जारी रखने और निवेश को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता जताई है। इससे सभी वर्गों के लिए विकास की राह और स्पष्ट होती जा रही है।
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