नई दिल्ली: भारत और ब्रिटेन ने एक ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते (Free Trade Agreement) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते का उद्देश्य 2030 तक दोनों देशों के बीच व्यापार को 120 अरब डॉलर तक बढ़ाना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटेन के पीएम कीर स्टार्मर से खालिस्तानी खतरे के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का आह्वान किया है।
समझौते के मुख्य बिंदु
- दोनों देशों के बीच आर्थिक और रणनीतिक संबंधों को मजबूत बनाना।
- व्यापार संवर्धन से नई नौकरियों का सृजन और निवेश में वृद्धि।
- साझेदारी के तहत सुरक्षा और समृद्धि की दिशा में कदम बढ़ाना।
- पाकिस्तान से जुड़े आतंकवाद और खालिस्तानी संगठनों को लेकर साझा सुरक्षा प्रयास।
- वैश्विक आर्थिक मंच पर भारत की स्थिति को और मजबूती देना।
प्रधानमंत्री मोदी की विशेष अपील
प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिटेन के पीएम से खालिस्तानी खतरे के खिलाफ सख्त कदम उठाने की अपील की, ताकि भारत की आंतरिक सुरक्षा को बचाया जा सके। भारत और यूके की यह साझेदारी आतंकवाद विरोधी प्रयासों को भी मजबूती प्रदान करेगी।
समझौते का महत्व
यह नया व्यापार समझौता दोनों देशों के लिए कई मायनों में महत्वपूर्ण है:
- व्यापार और निवेश के क्षेत्र में वृद्धि।
- रक्षा सहयोग को बढ़ावा।
- आंतरिक सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग।
- वैश्विक आर्थिक मंच पर अपनी स्थिति मजबूत करना।
भारत और यूके के बीच यह समझौता भविष्य में मजबूत और स्थायी साझेदारी की ओर एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
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