भारत का पाक विरासत सिर्फ चाय और लस्सी तक सीमित नहीं है। इसके विभिन्न क्षेत्रों में, स्थानीय जड़ी-बूटियों, अनाजों और मसालों से बनाए गए दुर्लभ और पारंपरिक पेय मिलते हैं, जो संस्कृति और स्वास्थ्य से गहरे जुड़े हैं। ये पेय अपने-अपने राज्यों के बाहर कम जाने जाते हैं, लेकिन इनमें सदियों पुरानी परंपरा और स्वास्थ्य लाभ छिपे होते हैं।
दिल्ली में आपको ऐसे 6 अनोखे और पारंपरिक भारतीय पेय मिलेंगे, जो आम शराब जैसे लोकप्रिय पेयों से बिलकुल अलग हैं और इनका स्वाद भी अत्यंत अनोखा होता है। आइए इनके बारे में जानते हैं:
1. हर्बल काढ़ा
यह एक औषधीय पेय है जिसमें तुलसी, अदरक, दालचीनी, काली मिर्च और अन्य आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां मिलाई जाती हैं। यह इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करता है और सर्दी-जुकाम में राहत देता है।
2. बाजरे का ठंडा
बाजरे के आटे से बना यह ठंडा पेय खासकर सर्दियों में ऊर्जा देने वाला होता है। इसे गुड़ और सूखे मेवों के साथ परोसा जाता है।
3. चुल्हा बनिया का जूस
यह पेय जड़ी-बूटियों और खास मसालों से तैयार किया जाता है, जो पाचन शक्ति बढ़ाने और ताजगी देने के लिए उपयुक्त है।
4. मखाना शरबत
मखाना (फॉक्स नट्स) से बना यह संक्रमक रोगों के खिलाफ शरीर को मददगार पेय माना जाता है। इसका स्वाद हल्का और पौष्टिक होता है।
5. कुसुम फूल की चाय
यह परंपरागत फूलों की चाय दिल्ली के कुछ इलाकों में लोकप्रिय है। इसे तनाव कम करने और ऊर्जा बढ़ाने के लिए पिया जाता है।
6. राई का पानी
राई (सरसों) के बीजों का पानी जो खासकर ठंडे माहौल में शरीर को गर्माहट देने के लिए प्रयुक्त होता है। यह पाचन और रक्त संचार सुधारने के लिए भी फायदेमंद है।
ये पेय न केवल स्वाद में अनूठे हैं, बल्कि इनमें स्वास्थ्य लाभ भी छिपे हुए हैं। दिल्ली में इनके जरिए आपको भारतीय पारंपरिक खान-पान की विविधता और समृद्धि का सजीव अनुभव मिलेगा। यदि आप भारतीय स्वादों के शौकीन हैं तो यह जानकारी आपके लिए बेहद उपयोगी साबित होगी।
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