दिल्ली: विर दास ने हाल ही में एक सार्वजनिक मंच पर यह कहा कि भारत के पास विश्व स्तर पर एक अद्भुत और अनूठी मुलायम शक्ति का संरक्षण है। उन्होंने इस शक्ति के महत्व को समझाते हुए बताया कि यह केवल कूटनीति या आर्थिक ताकत तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सांस्कृतिक, सामाजिक और विचारधारात्मक क्षेत्रों में भी गहराई से व्याप्त है।
विर दास ने यह भी कहा कि भारत की मुलायम शक्ति की सबसे बड़ी खासियत है उसकी विविधता और सहिष्णुता, जो उसे विश्व में अन्य देशों से अलग पहचान दिलाती है। उन्होंने इस शक्ति का संरक्षण और विकास देश के लिए अत्यंत जरूरी बताया, क्योंकि यह भारत की वैश्विक छवि और प्रभाव को मजबूत करती है।
मुलायम शक्ति के अंग
- सांस्कृतिक विरासत: भारतीय संस्कृति की विश्व में प्रशंसा और प्रभाव।
- शांतिपूर्ण सहअस्तित्व: विभिन्न धर्मों और समुदायों का सद्भाव।
- साहित्य और कला: भारतीय कला एवं साहित्य के माध्यम से विश्व में संवाद।
- शिक्षा और ज्ञान: भारत के शैक्षिक संस्थान और उनकी वैश्विक पहचान।
विर दास ने अंत में यह जोर दिया कि अगर यह मुलायम शक्ति सही तरीके से संरक्षित और प्रोत्साहित की जाए, तो भारत वैश्विक मंच पर अपनी भूमिका और प्रभाव को और भी मजबूती से निभा सकता है। यह न केवल भारत की वर्तमान पीढ़ी के लिए बल्कि आने वाले समय में भी अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा।
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