नई दिल्ली: अमेरिका ने चीन के लिए EDA (इलेक्ट्रॉनिक डिज़ाइन ऑटोमेशन) सॉफ्टवेयर की बिक्री पर लगी पाबंदी में ढील दी है, जिससे भारतीय चिप निर्माताओं के सामने नई चुनौतियां आ गई हैं।
EDA सॉफ्टवेयर सेमीकंडक्टर डिजाइन प्रक्रिया का अहम हिस्सा है और इसकी बिक्री पर लगी पिछली पाबंदी ने चीन की चिप निर्माण क्षमता को सीमित कर दिया था। अब इस बैन में छूट मिलने से चीन के सेमीकंडक्टर उद्योग को मजबूती मिलने का अनुमान है।
विशेषज्ञों का कहना है:
- इस बदलाव के कारण भारतीय चिप डिजाइन और निर्माण क्षेत्र को तेज गति से विकास करना होगा।
- ताकि भारत वैश्विक प्रतिस्पर्धा में बना रह सके।
- भारत को अपने चिप डिजाइन प्रयासों को और मजबूत करने की जरूरत है।
- तकनीकी क्षमताओं को बढ़ाने पर विशेष ध्यान देना होगा।
नई स्थिति में भारत को अपनी प्रौद्योगिकी क्षमताओं और नवाचारों को बढ़ावा देने की आवश्यकता है ताकि वह चीन के साथ प्रतिस्पर्धा कर सके।
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