नई दिल्ली और हंगेरी मिलकर यूनेस्को से एक अनोखी पहल कर रहे हैं। इस पहल के तहत इलिज़ाबेथ ब्रूनर द्वारा बनाए गए 2000 चित्रों को विश्व धरोहर के रूप में मान्यता दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। ये चित्र महात्मा गांधी की स्वतंत्रता संग्राम और भारतीय सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं।
इलिज़ाबेथ ब्रूनर ने 1934 में महात्मा गांधी की प्रसिद्ध पेंटिंग बनाई थी, जो आज भी उनके योगदान का महत्वपूर्ण प्रमाण है। इन चित्रों को भारत के इतिहास और स्वतंत्रता आंदोलन की यादों को संजोने वाला माना जाता है। हंगेरी सरकार और भारतीय सांस्कृतिक मंत्रालय ने मिलकर यूनेस्को में इस महत्वपूर्ण प्रस्ताव को रखा है।
यूनेस्को की मान्यता मिलने पर ये चित्र विश्वभर में भारत की सांस्कृतिक संपदा का प्रतिनिधित्व करेंगे और देश की गौरवमयी आज़ादी की कहानी को युवाओं तक पहुंचाने में मदद करेंगे।
इस पहल के महत्वपूर्ण लाभ:
- भारतीय कला और सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा मिलेगा।
- महात्मा गांधी के योगदान और स्वतंत्रता संग्राम की याद ताजा होगी।
- देश की गौरवमयी आज़ादी की कहानी विश्व स्तर पर फैलाने में मदद मिलेगी।
- युवाओं में राष्ट्रीयता और सांस्कृतिक जागरूकता को प्रोत्साहित करेगा।
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