नई दिल्ली में भारत की कूटनीति और तकनीकी पहल के कारण इंटरपोल रेड नोटिस जारी करने की संख्या में 2023 से उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। यह बढ़ोतरी देश के अंतरराष्ट्रीय मुक्का कार्रवाईयों और अपराध नियंत्रण प्रयासों में सुधार का संकेत है।
इंटरपोल रेड नोटिस की बढ़ती संख्या
2023 के बाद से इंटरपोल रेड नोटिस दोगुने से अधिक हो गए हैं। इस सफलता के पीछे भारत की सशक्त कूटनीतिक रणनीतियाँ और उन्नत तकनीकी संसाधनों का महत्वपूर्ण योगदान है, जिससे देश के अपराधियों को पकड़ने में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मदद मिली है।
भारत की कूटनीतिक पहल
- वैश्विक सहयोग: भारत ने विभिन्न देशों के साथ मजबूत संबंध बनाकर अपराध नियंत्रण के लिए सहयोग बढ़ाया।
- डिजिटल डिप्लोमेसी: तकनीक के जरिये कूटनीतिक प्रक्रियाओं को तेज और प्रभावी बनाया गया।
- नागरिक सुरक्षा सुधार: अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सक्रिय भूमिका निभाई।
तकनीकी उन्नति और इसका प्रभाव
नई तकनीकों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा एनालिटिक्स, और डिजिटल पहचान प्रणालियों के उपयोग ने संदिग्धों की पहचान और ट्रैकिंग में क्रांति लाई है, जिससे रेड नोटिस जारी करने की प्रक्रिया में तेजी आई है।
संक्षेप में, भारत की कूटनीतिक समझदारी और तकनीकी सुदृढ़ीकरण के चलते 2023 से इंटरपोल रेड नोटिस में तेजी से वृद्धि देखी गई है, जो देश की सुरक्षा को सशक्त बनाने में सहायक साबित हो रही है।
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