नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने यूरोपीय संघ के कार्बन टैक्स CBAM (कार्बन बॉर्डर एडजस्टमेंट मैकेनिज्म) की तीव्र आलोचना की है। उन्होंने इसे भारत के लिए अस्वीकार्य बताया और कहा कि एक क्षेत्र द्वारा निर्धारित वैश्विक मानकों पर भारत की आपत्तियां हैं। जयशंकर ने यह स्पष्ट किया कि भारत कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन इस तरह के टैक्स से विकासशील देशों को नुकसान हो सकता है।
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि वैश्विक स्तर पर इस तरह के नियमों को समावेशी और न्यायसंगत तरीके से अपनाया जाना चाहिए ताकि सभी देशों को समान अवसर मिले। जयशंकर ने भारत की रूस-यूक्रेन युद्ध पर संतुलित स्थिति को भी दोहराया, यह बताते हुए कि भारत संघर्ष के समाधान के लिए शांतिपूर्ण उपायों का समर्थन करता है।
विदेश मंत्री ने सुझाव दिया कि जलवायु परिवर्तन और व्यापार नीतियों में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए अंतरराष्ट्रीय मंचों पर संवाद और समझौते जरूरी हैं। भारत का पक्ष है कि विकासशील देशों की विशेष परिस्थितियों का ध्यान रखा जाना चाहिए।
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