नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय नौसेना प्रमुख से कहा, ‘आपकी बारी भी आएगी…’ यह टिप्पणी उस समय की गई जब ऑपरेशन सिंदूर के दौरान कराची बंदरगाह पर कथित हमले को रोकने का आदेश नौसेना को दिया गया था।
इस वार्ता ने भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे कटु संघर्ष के बीच एक नया मोड़ प्रस्तुत किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने यह संदेश दिया कि भारत की रणनीति संयमित और सोच-समझकर आगे बढ़ेगी।
ऑपरेशन सिंदूर और उसकी भूमिका
ऑपरेशन सिंदूर एक महत्वपूर्ण सैन्य रणनीति थी, जिसमें कराची बंदरगाह को निशाना बनाने की योजना बनाई गई थी। हालांकि, इस हमले को रोका गया, जो यह दर्शाता है कि भारत द्विपक्षीय संबंधों में सावधानी बरत रहा है।
सैन्य ताकत और कूटनीति
इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि भारत ने अपनी सैन्य ताकत का प्रदर्शन करते हुए भी, कूटनीति को प्राथमिकता दी है।
शांति प्रक्रिया पर प्रभाव
भारतीय नौसेना को दिए गए इस विशेष आदेश के बाद दोनों देशों के बीच शांति प्रक्रिया को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। यह बयान नई दिल्ली में दोनों देशों के बीच जारी तनाव को नए सिरे से समझने का एक अहम मोड़ साबित हुआ है।
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