नई दिल्ली: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिकी सरकार द्वारा लश्कर-ए-तैयबा के प्रॉक्सी संगठन ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) को विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित करने पर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है। जयशंकर ने इस कदम को कश्मीर में पिछले साल हुए पहलगाम हमले के संदर्भ में बहुत महत्वपूर्ण बताया।
भारतीय दूतावास ने भी अमेरिकी विदेश विभाग के इस निर्णय की खुले तौर पर प्रशंसा की है। TRF को आतंकवादी संगठन घोषित करने से भारत और अमेरिका के बीच आतंकवाद के खिलाफ सहयोग को और मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।
विदेश मंत्री का बयान
एस जयशंकर ने कहा कि यह कदम आतंकवाद के खिलाफ भारत के संघर्ष को सशक्त बनाएगा और कश्मीर में शांति स्थापना की दिशा में एक सकारात्मक पहल है। अमेरिकी सरकार द्वारा TRF को विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित करने से इसकी वित्तीय गतिविधियों और समर्थन पर प्रतिबंध लगेगा।
दोनों देशों के सहयोग का महत्व
यह निर्णय दर्शाता है कि भारत और अमेरिका मिलकर वैश्विक आतंकवादी संगठनों के खिलाफ किस प्रकार संयुक्त प्रयास कर रहे हैं। इससे आतंकवादी संगठनों की गतिविधियाँ फैलाने की क्षमता कमजोर होगी और यह आतंकवाद के खिलाफ एक प्रभावी कदम होगा।
महत्वपूर्ण बिंदु:
- TRF को अमेरिकी सरकार ने विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया।
- यह कार्रवाई कश्मीर में हुए पहलगाम हमले के संदर्भ में महत्वपूर्ण मानी गई।
- भारत और अमेरिका के मध्य आतंकवाद-रोधी सहयोग को बल मिलेगा।
- TRF की वित्तीय गतिविधियों और समर्थन पर प्रतिबंध लगाए जाएंगे।
- यह वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त संघर्ष को मजबूत करेगा।
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