नई दिल्ली में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूएस द्वारा लश्कर-ए-तैयबा के प्रॉक्सी समूह द रेसिस्टेंस फ्रंट को आतंकवादी संगठन घोषित करने पर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस कदम को आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय की एक सकारात्मक पहल के रूप में स्वीकार किया है।
जयशंकर ने जोर देकर कहा कि आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई में सभी देशों को मिलकर कार्य करना चाहिए और आतंकवादी संगठनों के वित्तीय नेटवर्क और परिचालन को समाप्त करना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत इस दिशा में संयुक्त प्रयासों में सक्रिय भूमिका निभाएगा।
महत्वपूर्ण बिंदु:
- यूएस ने द रेसिस्टेंस फ्रंट को आतंकवादी संगठन घोषित किया।
- इस समूह का संबंध लश्कर-ए-तैयबा से है।
- भारत और अन्य देशों के लिए आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त प्रयास ज़रूरी।
- एस जयशंकर ने इस कदम की सराहना की है।
इस निर्णय से दक्षिण एशिया में आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष को और मजबूती मिलेगी। ऐसे कड़े कदम आतंकवादी गतिविधियों को रोकने और आतंकवादी नेटवर्क को कमजोर करने में सहायक हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर के मुताबिक, भारत भी इस दिशा में सतत प्रयास करता रहेगा।
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