नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में भारत की सुरक्षा प्रणाली ने एक महत्वपूर्ण उन्नति हासिल की है, जो देश की बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा प्रणाली को एक नए स्तर पर ले गई है। यह प्रणाली भारत को संभावित खतरों से सुरक्षित रखने के लिए रणनीतिक रूप से विकसित की गई है।
पाकिस्तान और चीन का खतरा
विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान भारत के लिए एक अस्तित्वगत खतरा है और इस वजह से वह अपने परमाणु हथियार भंडार को बढ़ा रहा है। इसके साथ ही, पाकिस्तान और चीन के बीच बढ़ता सैन्य सहयोग भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा हितों के लिए गंभीर चुनौती पेश करता है।
मोदी सरकार की रक्षा नीति
इस चुनौती का सामना करने के लिए मोदी सरकार ने निम्नलिखित उपाय अपनाए हैं:
- आधुनिक तकनीकों का विकास और उपयोग
- सामरिक प्रगति पर विशेष ध्यान
- बैरहथ मिसाइल कार्यक्रम को प्रमुखता देना
भारत की बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा प्रणाली
यह प्रणाली भारत के आकाश को सुरक्षित बनाने के लिए डिज़ाइन की गई है ताकि संभावित मिसाइल हमलों को प्रभावी ढंग से नाकाम किया जा सके।
क्षेत्रीय सुरक्षा और तकनीकी प्रगति
भारत की इस मिसाइल रक्षा क्षमता से निम्नलिखित लाभ अपेक्षित हैं:
- क्षेत्रीय सुरक्षा संतुलन में सुधार
- देश की तकनीकी कंपनियों और रक्षा अनुसंधान संगठनों की निरंतर प्रगति
भारत की यह प्रगति देश की सुरक्षा को मजबूत बनाने और क्षेत्रीय स्थिरता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
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