भारत ने गुरुवार को पाकिस्तान से लगे सीमावर्ती राज्यों में नई मॉक ड्रिल आयोजित की है। यह अभ्यास ऑपरेशन सिंदूर के कुछ हफ्ते बाद किया गया है, जिसका उद्देश्य रणनीतिक सुरक्षा तैयारियों को और मजबूत बनाना है। इस महीने, 1971 के बाद पहली बार एक बड़ा मॉक ड्रिल संपन्न हुआ था, जो ऑपरेशन सिंदूर शुरू करने से कुछ घंटे पहले आयोजित हुआ था।
मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य सीमा सुरक्षा बलों को आकस्मिक स्थिति में तेजी से प्रतिक्रिया देने के लिए प्रशिक्षण देना है, ताकि संभावित खतरों से निपटने की क्षमता बढ़ाई जा सके। पाकिस्तान से लगी सीमावर्ती राज्य इस अभ्यास में सबसे अधिक सक्रिय रहे। विशेषज्ञों के अनुसार, यह कदम क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति को ध्यान में रखते हुए अत्यंत आवश्यक था।
सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, नियमित मॉक ड्रिल से निम्नलिखित लाभ होते हैं:
- सीमाओं पर सतर्कता बनी रहती है।
- आतंकवाद और अन्य सुरक्षा खतरों को कम किया जा सकता है।
- रक्षा क्षमताओं का निरंतर परीक्षण और सुधार किया जाता है।
इस प्रकार, इस अभ्यास के माध्यम से भारत अपनी रक्षा तैयारियों को और मजबूत कर रहा है और संभावित खतरों से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए तैयार है।
ज़्यादा कहानियां
नई दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुभांशु शुक्ला के अंतरिक्ष से लौटने पर कही बड़ी बात
दिल्ली में खुला Tesla का पहला शोरूम, $70,000 मॉडल Y से मचेगी धूम!
दिल्ली में टेस्ला इंडिया का धमाकेदार आगाज, $70,000 की Model Y से मस्क की ब्रांड पावर का बड़ा टेस्ट