पुणे में शनिवार को ठाकुर ने कहा कि भारत का इंदो-पाक क्रिकेट मुकाबलों में भाग लेना एक “मजबूरी” है, जिसे टूर्नामेंट के नियम तय करते हैं, और यह भारत की कूटनीतिक या राष्ट्रीय नीतियों में बदलाव नहीं दर्शाता।
ठाकुर के बयान के मुख्य बिंदु
- भारत का इन मैचों में हिस्सा लेना केवल प्रतियोगिता नियमों के तहत अनिवार्य है।
- यह कदम देश की विदेश नीति या संबंधों में कोई परिवर्तन नहीं है।
- भारत की राष्ट्रीय और कूटनीतिक नीतियाँ यथावत बनी रहेंगी।
- खेल का माहौल अलग होता है और इसे राजनीतिक मामलों से जोड़ना उचित नहीं।
ठाकुर ने यह बात ऐसे समय कही, जब कई लोग भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मुकाबलों को व्यापक राजनीतिक या कूटनीतिक संकेत मान रहे थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत खेल में भागीदारी को अपनी व्यापक नीति से अलग रखता है।
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