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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिंदी दिवस के अवसर पर जनता को संबोधित करते हुए भाषा की विविधता में एकता की महत्ता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हिंदी मात्र एक भाषा नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर और पहचान का प्रतीक है। यह दिन हमें अपनी मातृभाषा के प्रति गर्व महसूस करने और उसे संरक्षण देने की प्रेरणा देता है।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि देश में कई भाषाएँ और बोलियाँ हैं, लेकिन हिंदी का अपना विशिष्ट स्थान है जो सभी भारतीयों को जोड़ती है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे हिंदी भाषा को न केवल प्रयोग में लाएं बल्कि इसे भविष्य की पीढ़ियों तक पहुँचाने का भी प्रयास करें।
प्रधानमंत्री मोदी के हिंदी दिवस संदेश के मुख्य बिंदु
- भाषा की एकता: विविधता के बीच हिंदी भाषा सभी को जोड़ने का माध्यम है।
- संस्कृति का सम्मान: हिंदी भाषा हमारी सांस्कृतिक विरासत को दर्शाती है।
- भाषा का विकास: सभी को हिंदी के संरक्षण और प्रचार में योगदान देना चाहिए।
- राष्ट्रीय एकता: हिंदी सभी भारतीयों के लिए एक साझा पहचान का आधार है।
प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों से आग्रह किया कि वे अपनी मातृभाषा के महत्व को समझें और इसे बढ़ावा देने में अपनी भूमिका निभाएं। इस प्रकार का संदेश न केवल भाषा की महत्ता को रेखांकित करता है बल्कि सामाजिक समरसता और राष्ट्रीय एकता को भी सशक्त बनाता है।
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