प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर मंजरुल भार्गव ने हाल ही में भारत के गणित में योगदान पर विशेष जोर दिया है। उन्होंने कहा कि भारत ने गणित के क्षेत्र में विश्व को काफी महत्वपूर्ण योगदान दिया है, और इस विरासत को समझना बच्चों के लिए अत्यंत आवश्यक है।
प्रोफेसर भार्गव ने शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि बच्चों को चाहिए कि वे ज्ञान अर्जित करने में लगन दिखाएं और अपनी सांस्कृतिक तथा वैज्ञानिक उपलब्धियों पर गर्व महसूस करें। उन्होंने अभिप्रेरित किया कि गणित जैसी विषयों में भारत की प्राचीन और आधुनिक उपलब्धियों को स्कूल स्तर पर भी पढ़ाया जाना चाहिए।
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत के गणितज्ञों जैसे आर्यभट्ट, भगवद्गोपाल, और रामानुजन ने जिन खोजों की, वे आज भी अध्ययन और शोध के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। इसलिए, बच्चों को इन महान व्यक्तित्वों के जीवन और कार्यों से अवगत कराना आवश्यक है।
प्रोफेसर भार्गव के सुझाव
- शैक्षिक कार्यक्रमों में गणित के भारतीय योगदान को शामिल करना।
- विद्यार्थियों को प्रेरित करने के लिए गणितज्ञों की जीवनी और आविष्कारों को पढ़ाना।
- ज्ञान अर्जित करने की भावना को बढ़ावा देना।
- गणित के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करना।
संक्षेप में, भारत के गणितीय योगदान को ध्यान में रखते हुए बच्चों को ज्ञान प्राप्ति के लिए प्रेरित करना और उन्हें अपनी विरासत पर गर्व करना सिखाना आवश्यक है। यह न केवल उनकी शैक्षिक प्रगति के लिए फायदेमंद होगा बल्कि उनकी राष्ट्रीय पहचान को भी मजबूत करेगा।
ज़्यादा कहानियां
भारत में IT शेयरों में तेजी, US Fed की दर कटौती की उम्मीद और भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता बनी हैं कारण
अमेरिका-भारत संबंधों पर ट्रंप के टैरिफ और अहंकार का खतरा, डेमोक्रेट ने दी चेतावनी
नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने SIR रोलआउट योजना पर अंतिम निर्णय टाला