चीन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 14वें दलाई लामा को जन्मदिन की शुभकामनाएं देने पर कड़ा विरोध जताया है। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि दलाई लामा राजनीतिक निर्वासित हैं और वे लंबे समय से चीन के खिलाफ अलगाववादी गतिविधियों में शामिल हैं। उन्होंने विशेष रूप से उल्लेख किया कि दलाई लामा तिब्बत (जिसे चीन ‘शिजियांग’ कहता है) को चीन से अलग करने का प्रयास कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने दलाई लामा को एक सार्वजनिक संदेश के माध्यम से जन्मदिन की बधाई दी, जिसमें उन्होंने उनके योगदान और आध्यात्मिक नेतृत्व की सराहना की। भारत और तिब्बत के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों के संदर्भ में यह बधाई महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
चीन ने बार-बार दलाई लामा को राजनीतिक गतिविधियों में लिप्त बताया है और भारत के इस कदम को अपनी संप्रभुता में हस्तक्षेप के रूप में देखा है। इस मुद्दे ने दोनों पड़ोसी देशों के बीच कूटनीतिक तनाव को फिर से बढ़ा दिया है।
दोनों देशों के बीच आधिकारिक वार्ताएं जारी हैं, लेकिन इस तरह की घटनाएं द्विपक्षीय संबंधों की जटिलता को उजागर करती हैं।
मुख्य बिंदु:
- प्रधानमंत्री मोदी ने दलाई लामा को जन्मदिन की बधाई दी।
- चीन ने इसे अपनी संप्रभुता में हस्तक्षेप माना।
- माओ निंग ने दलाई लामा को अलगाववादी गतिविधियों से जोड़ा।
- भारत-चीन के बीच कूटनीतिक तनाव बढ़ा।
- द्विपक्षीय वार्ताएं जारी हैं लेकिन जटिलताएं बनी हुई हैं।
ज़्यादा कहानियां
अमेरिका में ट्रंप के नए टैरिफ से प्रभावित होंगे भारत के फार्मा, ऑटो और टेक्सटाइल सेक्टर, जानिए क्यों – नई दिल्ली
पाकिस्तान के सैन्य प्रमुख ने भारत-चीन सीमा विवाद में चीन की सहायता पर दिया बड़ा बयान, खुलासा क्या हुआ?
दिल्ली में अध्ययन: 1970 से 2010 के बीच भारत में बाढ़ की तीव्रता में गिरावट