बेंगलुरु: वैश्विक बाजारों में ठहराव और एंटरप्राइज खर्चों में कमी के बीच, भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनी झोहो कॉर्प ने अपनी नजर भारत के माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम बिजनेस (एमएसएमई) सेक्टर पर केंद्रित कर दी है। झोहो के अनुसार, भारत में 63 मिलियन से अधिक छोटे और मध्यम व्यवसाय इस कंपनी की अगली विकास की दिशा तय करेंगे।
कंपनी का मानना है कि घरेलू बाजार की मजबूत मांग उसके विस्तार के लिए सबसे बड़ा अवसर है। जबकि दुनियाभर के बाजार ठंडे पड़ रहे हैं, झोहो ने अपनी रणनीति को भारत की तेजी से बढ़ती कारोबारी इकाइयों पर केंद्रित किया है, जिसका उद्देश्य है व्यापारिक सौदों को तेज़ी से बढ़ाना।
इस पहल के तहत कंपनी ने विशेषकर उन व्यवसायों पर ध्यान केंद्रित किया है जिनका आकार छोटा और मध्यम है, जो डिजिटल तकनीक अपनाने के प्रति उत्सुक हैं।
झोहो की रणनीति के लाभ
- भारतीय एमएसएमई सेक्टर में तेजी से विकास की संभावना
- डिजिटल तकनीक को अपनाने वाले छोटे व्यवसायों की संख्या में वृद्धि
- वैश्विक प्रतिस्पर्धा में कंपनी की स्थिति मजबूत होना
- मजबूत घरेलू मांग का फायदा उठाना
विशेषज्ञों के अनुसार, यह कदम झोहो के लिए एक मार्किंग पोज़िशनिंग साबित हो सकता है, जिससे कंपनी वैश्विक प्रतिस्पर्धा में अपनी स्थिति मजबूत कर सके। कंपनी के इस रुख से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय एमएसएमई सेक्टर सॉफ्टवेयर और तकनीकी सेवाओं के लिए भविष्य में एक महत्वपूर्ण बाजार बन सकता है।
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