अमेरिकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने यूरोपीय संघ (EU) के देशों से यह आग्रह किया है कि वे अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कदमों का समर्थन करें और भारत तथा चीन के खिलाफ कड़े कदम उठाएं। ग्राहम ने इन दोनों देशों को ‘पुतिन के ग्राहक’ बताते हुए उनकी नीतियों की आलोचना की है।
ग्राहम के मुख्य बिंदु
- भारत और चीन रूस के पक्षधर हैं, जो वैश्विक राजनीति में अस्थिरता बढ़ाते हैं।
- EU को अमेरिका के साथ मिलकर ऐसे देशों को दंडित करना चाहिए जो रूस का समर्थन करते हैं।
- यह अपील यूक्रेन-रूस संघर्ष के दौरान की गई, जब वैश्विक समुदाय रूस पर दबाव बढ़ा रहा है।
- अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत और चीन की भूमिका पर कड़ा ध्यान दिया जा रहा है।
यह बयान वैश्विक राजनीतिक तनाव के बढ़ने के बीच आया है, जो कई आर्थिक और कूटनीतिक फैसलों को प्रभावित कर रहा है।
ज़्यादा कहानियां
दिल्ली में АAP और कांग्रेस ने भारत-पाकिस्तान एशिया कप मैच के खिलाफ किया जोरदार विरोध
मोहाली के नए चंडीगढ़ स्टेडियम में इंडिया-ऑस्ट्रेलिया महिला वनडे मैच में देखी गई खाली सीटें
मॉस्को में रूस ने भारत की विदेश राजनीति में रणनीतिक स्वतंत्रता की सराहना की