भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ब्रussels और पेरिस में विदेश यात्राओं के दौरान चीन को लेकर महत्वपूर्ण संकेत दिए हैं। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ दोहरे मानदंडों को बर्दाश्त नहीं करेगा।
जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद एक वैश्विक खतरा है और इससे निपटने के लिए सभी देशों को एक समान रवैया अपनाना होगा। उन्होंने यह भी ज़ोर दिया कि भारत किसी भी प्रकार के आतंकवादी समर्थन को बर्दाश्त नहीं करेगा, चाहे वह किसी भी देश या समूह से हो।
ब्रussels और पेरिस में प्रमुख बिंदु
- भारत ने चीन की नीतियों के प्रति अपनी स्पष्ट स्थिति जताई।
- दोहरे मानदंडों के खिलाफ जोर दिया गया, खासकर आतंकवाद के मुद्दे पर।
- अंतरराष्ट्रीय समुदाय के बीच सहयोग बढ़ाने की बात कही गई।
- क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए सामूहिक प्रयासों पर जोर।
विदेश मंत्री जयशंकर के इस दावे को विश्व स्तर पर सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है, क्योंकि इससे यह स्पष्ट किया जा रहा है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सभी को समान नियमों का पालन करना होगा।
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