भारत में महिलाओं में नए कैंसर के मामले पुरुषों की तुलना में अधिक पाए जाते हैं, लेकिन पुरुषों की मृत्यु दर अधिक है। यह विसंगति मुख्य रूप से उस वक्त की पहचान और उपचार की देरी के कारण होती है।
कैंसर में लिंग आधारित अंतर
महिलाओं में:
- कैंसर के नए मामले महिलाओं में अधिक पाए जाते हैं।
- विशेषकर स्तन कैंसर जैसे प्रकार आम हैं।
- ज्यादातर महिलाएं समय पर इलाज कराने में सक्षम होती हैं।
पुरुषों में:
- कैंसर की पहचान और इलाज में देरी होती है।
- स्वास्थ्य सेवा की पहुँच और जागरूकता की कमी अधिक पाई जाती है।
- जोखिम भरी जीवनशैली मृत्यु दर बढ़ाने का एक कारण है।
- इसके कारण पुरुषों में कैंसर से होने वाली मौतें ज्यादा हैं।
विशेषज्ञों की राय और सरकार की पहल
- विशेषज्ञों के अनुसार, पुरुषों में कैंसर जल्दी पता नहीं चल पाने और इलाज में देरी से मृत्यु दर बढ़ती है।
- स्वास्थ्य मंत्रालय ने कैंसर जागरूकता और समय पर जांच के कार्यक्रमों को बढ़ावा देने का निर्णय लिया है।
- समय पर निदान और सही उपचार पर जोर देने की आवश्यकता है ताकि दोनों लिंगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
निष्कर्ष: भारत में बढ़ती कैंसर की संख्या चिंता का विषय है। इसके लिए समय पर जांच, जागरूकता और उचित इलाज ही मौतों को कम करने का उपाय है। दोनों लिंगों के बीच इस असमान प्रभाव को समझना और दूर करने के लिए कदम उठाना अति आवश्यक है।
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