ICRA की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, भारत में वित्तीय वर्ष 2026 (FY26) में बिजली की मांग में लगभग 5.5% की वृद्धि का अनुमान है। यह वृद्धि देश की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और औद्योगिक गतिविधियों में सुधार को दर्शाती है।
रिपोर्ट में मुख्य रूप से कुछ विशेष कारणों को बढ़ती बिजली मांग के पीछे बताया गया है, जिनमें शामिल हैं:
- औद्योगिक विकास: विभिन्न क्षेत्रों में उत्पादन क्षमता बढ़ने से बिजली की खपत में वृद्धि होगी।
- गृहणियों का विद्युत उपयोग: बढ़ते घरेलू उपकरण और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के उपयोग से घरेलू बिजली की मांग बढ़ेगी।
- ग्रामीण विद्युतीकरण: ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली पहुँचाने के प्रयासों से नई मांग उत्पन्न होगी।
- इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास: नए स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स और स्मार्ट ग्रिड तकनीकों की लागू होने से बिजली की खपत में स्थिर वृद्धि होगी।
इसके अलावा, रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि सरकार के द्वारा अक्षय ऊर्जा स्रोतों को बढ़ावा देने और ऊर्जा कुशल तकनीकों को अपनाने के प्रयासों से बिजली की आपूर्ति और मांग के बीच संतुलन बनाए रखने में मदद मिलेगी।
समग्र रूप से, भारत की आर्थिक और सामाजिक प्रगति बिजली के क्षेत्र में तेजी से बढ़ती मांग का मुख्य कारण है, और भविष्य में इस क्षेत्र में निवेश और नीतिगत सुधार आवश्यक होंगे ताकि मांग को पूरा किया जा सके।
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