August 11, 2025

QuestiQa भारत

देश विदेश की खबरें आप तक

मॉनसून सत्र में संसद ने कई महत्वपूर्ण विधेयक पारित किए

Share Questiqa भारत-
Advertisements
Ad 5

नई दिल्ली, जुलाई 2024: संसद के मॉनसून सत्र में देश के विकास और सामाजिक न्याय से जुड़े कई महत्वपूर्ण विधेयक पारित किए गए। यह सत्र 17 जुलाई से शुरु होकर 9 अगस्त तक जारी रहा जिसमें नीतिगत सुधारों पर विशेष जोर दिया गया। देश की राजनीतिक स्थिरता और विकास रणनीति के लिहाज से यह सत्र महत्त्वपूर्ण रहा।

घटना क्या है?

संसद के मॉनसून सत्र में कुल 45 विधेयकों पर बहस हुई जिनमें से 20 विधेयक लोकसभा व राज्यसभा दोनों सदनों से पारित हुए। प्रमुख विधेयकों में थे:

Advertisements
Ad 7
  • डेटा संरक्षण बिल
  • कृषि सुधार बिल
  • ऊर्जा क्षेत्र में सुधार से जुड़े नियम

ये विधेयक भविष्य की नीतिगत दिशा निर्धारण में सहायक सिद्ध होंगे।

कौन-कौन जुड़े?

इस सत्र में निम्नलिखित विभाग सक्रिय रहे:

  • केंद्र सरकार
  • कानून और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय
  • कृषि मंत्रालय
  • ऊर्जा मंत्रालय

विपक्ष के कई दलों ने भी विधेयकों पर चर्चा की। सुप्रीम कोर्ट ने विधायकों को संवैधानिकता पर मार्गदर्शन देने की अंतिम रिपोर्ट प्रस्तुत की।

Advertisements
Ad 4

आधिकारिक बयान और पुष्टि-शुदा आँकड़े

  • केंद्र सरकार ने बताया कि 20 विधेयकों का पारित होना राष्ट्रीय विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
  • वित्त मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, कृषि सुधार बिल से किसानों की आय में 15 प्रतिशत वृद्धि की संभावना है।
  • डाटा संरक्षण बिल के तहत नए नियमों से देश में डिजिटल कारोबार को बल मिलेगा।

तत्काल प्रभाव

विधेयकों के पारित होते ही संबंधित विभागों ने नीतियों को लागू करना शुरू कर दिया है। इससे नागरिकों, किसानों, और उद्यमियों को प्रत्यक्ष लाभ मिलने की उम्मीद है।

ऊर्जा क्षेत्र में सुधार की खबर के बाद बाजारों में निवेश में 10 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।

प्रतिक्रियाएँ

  • सरकार ने इसे विकास की दिशा में बड़ी सफलता बताया।
  • विपक्ष ने कुछ विधेयकों को आलोचनात्मक दृष्टि से देखा।
  • कृषि संगठन और आईटी उद्योग ने भी अपने-अपने पक्ष रखे।
  • विशेषज्ञ मानते हैं कि ये विधेयक देश की सामाजिक एवं आर्थिक प्रगति को प्रभावित करेंगे।

आगे क्या?

  • संसद ने अगले शीतकालीन सत्र में इन विधेयकों के क्रियान्वयन की समीक्षा करने का निर्णय लिया है।
  • सरकार ने अगले छह महीनों में इन नीतियों के प्रभाव पर मध्यकालीन रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आश्वासन दिया है।
  • यह सत्र देश की नीतिगत योजना में एक मील का पत्थर साबित होगा।

ताज़ा अपडेट्स के लिए पढ़ते रहिए Questiqa Bharat

About The Author

You cannot copy content of this page

Social Media Auto Publish Powered By : XYZScripts.com